1. |
भारतीय रेलवे पर
हैल्थ केयर डिलीवरी सिस्टम में सुधार के लिए किए गए उपाय
हैल्थ केयर
डिलीवरी सिस्टमहैल्थ केयर डिलीवरी
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1.1 रेलवे अस्पताल
से 75 कि.मी. दूर स्थित हैल्थ यूनिटों में डाक्टरों को नियमित पैथालॉजिकल
जांचों, जैसे ब्लड शूगर, ब्लड यूरिया, एस.क्रिएटिनी. एसजीओटी, एसजीपीटी,
साधारण एक्स-रे आदि करने की बाहर से सुविधा दी जाती है। ईसीजी के लिए
इन-हाउस सुविधा दी जाती है। इससे निम्नलिखित लाभ हुए हैं: |
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(क) नियमित
जांचों के लिए रेलवे अस्पतालों
को रैफर किए गए रेलवे कर्मचारियों को मिलने वाली प्रताड़ना खत्म हुई है।
(ख) कई महत्वपूर्ण
बीमारियां, जो पहले दूर नहीं हो पाती थीं, अब उनका निदान किया जा रहा है।
टी.बी., डायबिटीज़, आईएचडी बीमारियों की निदान किया गया है।
भविष्य में 75 कि.मी. की दूरी को 25 कि.मी. करने की
कोशिश करेंगे ताकि अधिक हैल्थ यूनिटों को ये शक्तियां प्रदान की जा सकें।
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1.2 रोड साइड मोबाइल मेडिकल
वैन: |
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रेलवे
डाक्टर अपने कार्यक्षेत्र के लाइन सेक्शन में आने वाले
प्रत्येक मार्गस्थ स्टेशन को सप्ताह में कम से कम दो दिन कवर करेंगे और
केवल अपने निवास स्थान से चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराएंगे। इस समय सभी 16
क्षेत्रीय रेलों में एक-एक हैल्थ यूनिट में यह पायलट परियोजना चलाई जा
रही है। |
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निम्नलिखित सेवाएं प्रदान
की जानी हैं : |
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ए) परामर्शी
सेवाएं।
बी) दवा का वितरण।
सी) 75 कि.मी. से
अधिक दूरी पर स्थित हैल्थ यूनिट कॉमन इंवेस्टीगेशन प्राप्त कर सकेंगे।
डी) टीकाकरण कार्यक्रम।
ई) माँ और बच्चे का स्वास्थ्य
कार्यक्रम।
एफ) कम्यूनिटी आधारित दवा।
जी) आवधिक –
विशेषज्ञ सेवाएं।
एच) स्वास्थ्य शिक्षा।
आई) डॉट्स आदि जैसी विशिष्ट
थेरेपी दी जा सकती है। |
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यदि पायलट प्रोजेक्ट उपयुक्त पाया जाता
है तो उसका विस्तार अन्य हैल्थ यूनिटों तक भी किया जाएगा।
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1.3 अवैतनिक विजिटिंग
विशेषज्ञ की तैनाती:
केंद्रीय अस्पताल
के लिए अवैतनिक परामर्शदाताओं की वर्तमान व्यवस्था,
जिन्हें 5000/- रु. प्रतिमाह
और अन्य रेलवे अस्पतालों के लिए 4000/-
रु. प्रतिमाह दिए जाते हैं, के स्थान पर धीरे-धीरे अवैतनिक विजिटिंग
विशेषज्ञ लगाए जाएंगे। पूरी भारतीय रेलवे
पर कुल मिलाकर 575
ऐसे विशेषज्ञ लगाए जा सकते हैं। रेलवे
अस्पताल में 6
दिन/4 दिन और 2 दिन प्रति सप्ताह आने
के लिए उन्हें क्रमशः 20,000/- रु.प्रतिमाह,
14000/- प्रतिमाह और 7000/-
रु. प्रतिमाह दिए जाएंगे।
रेलवे अस्पतालों
में जब कभी हमारे अपने विशेषज्ञ डाक्टर उपलब्ध नहीं होते तो विशेषज्ञ
सेवाओं को कवर करने के लिए यह व्यवस्था पर्याप्त समझी जाती है।
1.4 केसों के आधार पर कंसल्टेशन और सर्जिकल
आपरेशनों के लिए निजी सेक्टर से विशेषज्ञ डाक्टरों को बुलाने के लिए।
उन्हें अपनी प्रोफेशनल सेवाओं के लिए भुगतान किया जाएगा।
इस सुविधा से रेलवे अस्पताल
प्राधिकारियों को अपने रेलवे
अस्पतालों में पर्याप्त विशेषज्ञ ट्रीटमेंट में मदद
मिलेगी।
1.5 एनेस्टेथिक उपलब्धता के लिए, उनकी
प्रोफेशनल सेवाओं के लिए भुगतान की दर बढ़ाई गई है।
एनेस्थेटिक के 9 या उससे कम पदों वाले
रेलवे अस्पतालों
से एनेस्थेटिक के बिना नियमित पद वाले रेलवे
अस्पतालों में बुलाए जा सकते हैं। |
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1.6 रेलवे अस्पताल
में बेहतर आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक इलाज के लिए निम्नलिखित महत्वपूर्ण
बदलाव किए गए हैं। |
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क) आयुर्वेदिक
और होम्योपैथिक डाक्टरों के लिए बढ़ा हुआ संशोधित
पारिश्रमिक : |
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पहले
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संशोधित |
4 घंटे/दिन के लिए |
4000/- रु. प्रतिमाह |
7000/- रु. प्रतिमाह |
8 घंटे/दिन के लिए |
6000/- रु. प्रतिमाह |
10000/- रु. प्रतिमाह |
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ख) दवाओं
की खरीद के लिए धनराशि को बढ़ाते हुए संशोधित
किया गया है |
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पहले
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संशोधित |
आयुर्वेदिक क्लिनिक के लिए |
2000/- रु. प्रतिमाह |
6000/- रु. प्रतिमाह |
होम्योपैथी क्लिनिक के लिए |
500/- रु. प्रतिमाह |
2000/- रु. प्रतिमाह |
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1.7 रेल सेवाओं में
कांट्रेक्ट मेडिकल प्रेक्टिशनर (CMP) रखने के लिए
उनके पारिश्रमिक को 13000/- रु. प्रतिमाह से बढ़ाते हुए 22000/- रु.
प्रतिमाह संशोधित किया गया है। |
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इसके द्वारा अब चिकित्सा
अधिकारियों के अधिकांश पद भरे रखे जा रहे हैं।
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1.8 रिक्त ग्रुप
’सी’ तकनीकी पद: |
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रेल भर्ती बोर्ड से
उम्मीदवार मिलने तक रिक्त ग्रुप ’सी’
तकनीकी पद संविदात्मक आधार पर
भरे जा सकते हैं।
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इससे ग्रुप ’सी’
के सभी रिक्त पदों को भरने में मदद मिली है।
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2. |
पिछले 2 वर्षों में निर्माण कार्यक्रम में दी गई
स्वीकृतियां |
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2.1 नए रेलवे
अस्पतालों की स्वीकृति |
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क) केंद्रीय अस्पताल/पू.म.रे./पटना
के लिए 36.33 करोड़
रु.।
ख) मंडल अस्पताल/आगरा/उ.म.रे.
के लिए 3 करोड़
रु.।
ख) मंडल अस्पताल/रायपुर/द.पू.म.रे.
के लिए 2.5 करोड़ रु.।
ख) मंडल अस्पताल/नांदेड़/द.म.रे.
के लिए 3 करोड़ रु.। |
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2.2 विद्यमान रेलवे अस्पतालों
के लिए विस्तार कार्यक्रम : |
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क) मनचेश्वर अस्पताल/भुवनेश्वर
से केंद्रीय अस्पताल/पू.तट
रे. के लिए 1.5 करोड़
रु.।
बी) रेलवे अस्पताल/बिलासपुर/द.पू.म.रे.
के लिए 4 करोड़ रु.।
सी) रेलवे अस्पताल/इलाहाबाद/उ.म.रे.
के लिए 4 करोड़ रु.।
डी) रेलवे अस्पताल/जबलपुर/प.म.रे.
के लिए 6 करोड़ रु.।
ई) रेलवे अस्पताल/हुबली/द.प.रे.
के लिए 1.5 करोड़ रु.।
एफ) पूर्व रेलवे
बी.आर.सिंह अस्पताल/कोलकाता के
लिए 23 करोड़ रु.। |
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3. |
आगामी योजनाएं जो विचाराझीन हैं: |
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अनेक योजनाओं पर विभिन्न स्तरों पर
परीक्षण किया जा रहा है। भारतीय रेलवे
मेडिकल सब-सेंटर इरवो के फ्लैट्स और अन्य निजी
अपार्टमेंट में रहने वाले सेवानिवृत्त व्यक्तियों को रिलीफ देने का
प्रबंध करता है, ताकि उनमें से कुछ निजी
पार्टियों आदि से सहभागिता के साथ संयुक्त उद्यम विकसित किया जा सके।
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