रेल विद्युतीकरण
विद्युत कर्षण यातायात का एक पर्यावरण अनुकूल, प्रदूषण-मुक्त और ऊर्जा संरक्षित करने वाला माध्यम है और ऊर्जा के स्रोत के रूप में ईंधन बचाने का एक उत्कृष्ट विकल्प है। भारतीय रेलवे में 1925 में 1500 वोल्टे डीसी के साथ विद्युतीकरण की शुरुआत हुई थी, उसके बाद इसे बढ़ाकर 3000 वोल्ट डीसी किया गया। 1936 तक 388 रूट कि.मी. विद्युतीकृत हो चुका था। 1957 में, भारतीय रेलवे ने 25 कि.वा.एसी कर्षण को अपनाने का निर्णय लिया, और, इस प्रकार एक नियोजित तरीके से चुनिंदा मेन लाइनें और हाई डेन्सिटी मार्गों के विद्युतीककरण का कार्य शुरु हुआ। आज, मुंबई, कोलकाता, नई दिल्ली और चेन्नई को जोड़ने वाले सात बड़े ट्रंक रूट पूरी तरह विद्युतीकृत हैं, और दो अन्य रूटों कोलकाता-चेन्नई और मुंबई-चेन्नई का कार्य प्रगति पर है।
साथ ही, मध्य और दक्षिण पूर्व रेलवे के बीना-कटनी, अनूपपुर-बिसरामपुर/चिड़ीमिड़ी सेक्शनों पर 1995 में 2x25 केवी कर्षण के आटो ट्रांसफारमर सिस्टम लगे गए हैं।
विद्युत कर्षण से बड़ी मात्रा में आयातित डीजल ऑयल पर से देश की निर्भरता कम हुई है, क्योंकि अब प्राथमिक ऊर्जा, जैसे किसी भी ग्रेड का कोयला, हायडल पावर, सरप्लस पेट्रोलियम गैस, परमाणु ऊर्जा आदि, से देश में ही उपलब्ध वैकल्पिक विकल्पों का उपयोग किया जाने लगा है।
इस समय भारतीय रेलवे के कुल रूट कि.मी. का 25.39% भाग विद्युतीकृत है। पिछले वर्षों में भारतीय रेलवे पर विद्युतीकरण की प्रगति इस प्रकार रही है:
अवधि
|
विद्युतीकृत रूट कि.मी.
|
स्वतंत्रता प्राप्ति से पूर्व (1925-1947)
|
388
|
I पंचवर्षीय योजना (1951-56)
|
141
|
II पंचवर्षीय योजना (1956-61)
|
216
|
III पंचवर्षीय योजना (1961-66)
|
1678
|
Annual Plan (1966-69)
|
814
|
IV पंचवर्षीय योजना (1969-74)
|
953
|
V पंचवर्षीय योजना (1974-78)
|
533
|
Inter Plan (1978-80)
|
195
|
VI पंचवर्षीय योजना (1980-85)
|
1522
|
VII पंचवर्षीय योजना(1985-90)
|
2812
|
Annual Plan (1990-92)
|
1557
|
VIII पंचवर्षीय योजना (1992-97)
|
2708
|
IX पंचवर्षीय योजना (1997-2002)
|
2484
|
31.03.2002 को कुल
|
16001
|
31.03.02 को
भारत के मानचित्र पर रेल विद्युतीकरण की स्थिति जानने के लिए यहां क्लिक करें।
विद्युतीकृत रूट किलोमीटर की राज्य-वार स्थिति
क्.सं.
|
राज्य
|
कुल रूट कि.मी.
|
विद्युतीकृत रूट कि.मी.
|
प्रतिशत
|
1.
|
आंध्र प्रदेश
|
5135
|
2012
|
39.18
|
2.
|
बिहार
|
3441
|
631
|
18.34
|
3.
|
छत्तीसगढ़
|
1180
|
861
|
72.97
|
4.
|
दिल्ली
|
200
|
129
|
64.50
|
5.
|
गुजरात
|
5312
|
706
|
13.29
|
6.
|
हरियाणा
|
1547
|
366
|
23.65
|
7.
|
हिमाचल प्रदेश
|
269
|
23
|
8.55
|
8.
|
झारखंड
|
1797
|
1562
|
86.92
|
9.
|
कर्नाटक
|
2974
|
104
|
3.50
|
10.
|
केरल
|
1050
|
199
|
18.95
|
11.
|
Madhya प्रदेश
|
4785
|
1880
|
39.29
|
12.
|
महाराष्ट्र
|
5459
|
1942
|
35.57
|
13.
|
उड़ीसा
|
2310
|
800
|
34.63
|
14.
|
पंजाब
|
2102
|
242
|
11.51
|
15.
|
राजस्थान
|
5925
|
491
|
8.29
|
16.
|
तमिलनाडु
|
4188
|
967
|
23.08
|
17.
|
उत्तर प्रदेश
|
8571
|
1394
|
16.26
|
18.
|
प.बंगाल
|
3661
|
1692
|
46.21
|
19.
|
अन्य राज्य
|
3122
|
-
|
-
|
कुल
|
63028
|
16001
|
25.39
|
रेल विद्युतकरण परियोजनाएं एक नज़र में
|
परियोजना का नाम
|
रेलवे
|
राज्य
|
रूट कि.मी.
|
1.
|
उत्तर/पूर्वोत्तर रेलवे के मल्होर-सफेदाबाद-बाराबंकी सहित लखनऊ क्षेत्र के आसपास सर्कुलर रेलवे
|
उ./पूर्वो.
|
उत्तर प्रदेश
|
53
|
2.
|
कुसुंडा-जमुनियाटांड
|
पू.रे.
|
झारखंड
|
23
|
3.
|
बरसात-हसनाबाद
|
पू.रे.
|
प.बंगाल
|
52
|
4.
|
भुवनेश्वर-कोट्टावालसा
|
द.पू.रे.
|
उड़ीसा एवं
आंध्र प्रदेश
|
426
|
5.
|
बोकारो स्टील सिटी-मूरी-हटिया-बोंडामुंडा-बरसौन/किरीबुरु सहित पुरुलिया-कोटशिला
|
द.पू.रे.
|
झारखंड, उड़ीसा एवं
प.बंगाल
|
434
|
6.
|
पटना-गया
|
पू.रे.
|
बिहार
|
92
|
7.
|
अंबाला-मुरादाबाद
|
उ.रे.
|
हरियाणा, उत्तर प्रदेश
|
274
|
8.
|
खड़गपुर/नीमपुरा-भुवनेश्वर सहित तालचेर-कटक-पारादीप की ब्रांच लाइन
|
द.पू.रे.
|
प.बंगाल एवं उड़ीसा
|
540
|
9.
|
ऊधना-जलगांव
|
प.रे.
|
गुजरात एवं महाराष्ट्र.
|
306
|
11.
|
रेणिगुंटा-गुंतकल
|
द.म.रे.
|
आंध्र प्रदेश
|
308
|
12.
|
लुधियाना-अमृतसर
|
उ.रे.
|
पंजाब
|
136
|
13.
|
एर्णाकुलम-तिरुवनंतपुरम
|
द.रे.
|
केरल
|
320
|
14.
|
कृष्णानगर-लालगोला
|
पू.रे.
|
प.बंगाल
|
128
|
15.
|
दिल्ली-सराय रोहिल्ला-गुड़गांव
|
उ.रे.
|
दिल्ली एवं हरियाणा
|
30
|
16.
|
मुगलसराय-जफराबाद
|
उ.रे.
|
उत्तर प्रदेश
|
68
|
17.
|
खुर्जा-मेरठ-सहारनपुर
|
उ.रे.
|
उत्तर प्रदेश
|
207
|
|